Ep-14: लोकमान्य बालगंगाधर तिलक
भगवान महावीर जैनधर्म के सिद्धान्तों को पुनः प्रकाश में लाये। जैनधर्म बौद्धधर्म में बहुत पहले भारत में प्रसंख्य जोवों का बलिदान यन्नों में किया जाता था। उस विषय का लेख पद्य में रची हुई संख्याबद्ध कृतियों (रचनायों) में मिलता है, जिसमें से एक मेषदूत भी है। पोर हिसा ब्राह्मण धर्म में से हटाने का यन जैनधर्म को मिला है।