Ep-3: सोळ सोळ शणगार सजी ने
गीत के शब्द :
सोळ सोळ शणगार सजी ने त्रिशला देवी आव्या रे सिद्धारथ राजा ना महेले तीर्थंकर ने लाव्या रे
कपाळ पर बिंदी आंकी ए सर्व प्रथम शणगार हतो सेथीमा सिंदूर भर्यु ए बीजो शुभ शणगार हतो आंखो मां काजल आंज्युं ए त्रीजो सरस शणगार हतो महेंदी लगावी बे हाथो पर ए चोथो शणगार हतो जाणे एनो आत्मा प्रभु ने वधाववा तैयार हतो नाजुक नाजुक आंखोमां सपनाओ चौद समाव्या रे सोळ सोळ शणगार सजी ने त्रिशलादेवी आव्या रे
लाल जरिअन ओढणी पहेरी ए पंचम शणगार हतो वेणीमां गजरो गुंथायो ए छट्ठो शणगार हतो सुवर्ण टीको मांगमां मूक्यो ए सप्तम शणगार हतो नथणी नमणा नाके झूले ए अष्टम शणगार हतो जगत नी माता बनवा माटे सर्जायो अवतार हतो चोथा आरामां पण एणे कल्पवृक्ष निपजाव्या रे सोळ सोळ शणगार सजी ने त्रिशला देवी आव्या रे
कर्णफूल काने लटकाव्या ए नवमो शणगार हतो हार मनोहर कंठ बिराज्यो ए दशमो शणगार हतो बाजुबंद धर्या सोनेरी अगियारमो शणगार हतो सुंदर सुंदर बंगड़ी हाथे ए बारमो शणगार हतो प्रभुमाता बनवानो एनो एकमात्र अधिकार हतो लाखो करोडो देव देवी ने महाराणी मन भाव्या रे सोळ सोळ शणगार सजी ने त्रिशला देवी आव्या रे
रत्न जड़ित वींटीओ पेहरी ए तेरमो शणगार हतो मूल्यवंत कटीबंध धरे छे चौदमो ए शणगार हतो पगमां आंगळिये अंगूठी पंदरमो शणगार हतो झीणी घुघरीवाळा पायल ए सोळमो शणगार हतो परमातमनो पिंड घडी दे एवो पुण्य प्रकार हतो सोळमी सालगीरी ना पडघम नंदप्रभामां बजाव्या रे सोळ सोळ शणगार सजी ने त्रिशला देवी आव्या रे
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पद - सोळ सोळ शणगार सजी ने रचना - देवर्धि संगीतकार - सचिन लिमये , पार्थ दोषी , हिमांशु मकवाना संवेदना - श्री तुषार शुक्ल गायक - सचिन लिमये, पार्थ दोषी, हिमांशु माकवाना, शिवम सिंह संगीत रचना और निर्देशन - सचिन लिमये कमेंट्री - तुषार शुक्ल प्रोग्रामिंग - मीर देसाई बांसुरी - निनाद मुलओकर तबला - ऋषिन सरैया ढोलक - ऋषिन सरैया मैंडोलिन - चंद्रकांत मिक्सिंग और मास्टरिंग - मीर देसाई वीडियो डिज़ाइन - सुमेध कांबले (वर्धा) फोटोग्राफी - द फोकल इंस्टीट्यूशन (विपिन गोजे)