भारत में भगवान महावीर के प्राचीन मंदिर

Ep-16: श्री नाणा तीर्थ

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[ पुरातन क्षेत्र, पंचतीर्थी ]


तीर्थाधिराज: श्री महावीर भगवान, श्वेत वर्ण, पद्मासनस्थ, लगभग 1.22 मीटर, परिकरयुक्त लगभग 1.98 मीटर (श्वे. मन्दिर) ।

तीर्थ स्थल: नाणा गाँव के मध्यस्थ ।

प्राचीनता: यह तीर्थ महावीर भगवान के समय का बताया जाता है। जैसे कहा है 'नाणा दीयाणा नान्दिया जीवित स्वामी वान्दिया' । मन्दिर में प्राप्त वि. सं. 1017 से वि. सं. 1659 तक के शिलालेखों से प्रमाणित होता है कि यह तीर्थ सदियों तक जाहोजलालीपूर्ण रहा । लेकिन नाणा कब बसा, इसका इतिहास मिलना कठिन है ।

श्री महावीर भगवान के जीवन काल की प्रतिमा शायद जीर्णोद्धार के समय बदली गयी होगी, ऐसा प्रतीत होता है। क्योंकि वर्तमान प्रतिमा पर वि. सं. 1505 माघ कृष्णा 9 शनिवार को श्री शान्तिसूरीश्वरजी द्वारा प्रतिष्ठित किये जाने का लेख उत्कीर्ण है। लेकिन यह प्रतिमा भी बहुत ही प्रभावशाली है ।

विशिष्टता: यह तीर्थ प्रभु वीर के समय का माना जाने के कारण इसकी महान विशेषता है । नाणक्यगच्छ का उत्पत्ति स्थान यही है। इस गच्छ की उत्पत्ति वि. की बारहवीं सदी से पूर्व हुई होगी, ऐसा उल्लेखों से ज्ञात होता है। यह बामणवाड़ा पंचतीर्थी का एक तीर्थ स्थान माना जाता है। अमरसिंह मायावीर राजा ने त्रिभुवन मंत्री के वंशज श्री नारायण मूता को नाणा गांव भेंट दिया था। नारायण ने एक साहराव नाम का अरट भगवान की पूजा सेवा के लिए मन्दिर को भेंट दिया था। उस समय उपकेशगच्छीय आचार्य श्री सिंहसूरि विद्यमान थे। शिलालेख पर वि. सं. 1659 भादवा शुक्ला 7 का लेख उत्कीर्ण है। उक्त अरट अभी भी जैन संघ के आधीन है। प्रतिवर्ष जेठ वदी 6 को ध्वजा चढ़ाई जाती है ।


अन्य मन्दिर: वर्तमान में इसके अतिरिक्त एक और मन्दिर है ।

कला और सौन्दर्य: प्रभु प्रतिमा की कला अति ही आकर्षक व हँसमुख है और सहज ही में मन को मोह लेती है। प्रतिमा के आसपास तोरण की कला दर्शनीय है । यहाँ पर प्राचीन नन्दीश्वरद्वीप का पाषाण पट्ट कलात्मक है । पट्टपर वि. सं. 1274 का लेख उत्कीर्ण है ।

मार्गदर्शन: यहाँ से नजदीक का रेल्वे स्टेशन नाणा 2 कि. मी. है, जहाँ से आने के लिए आटो की सुविधा है। मन्दिर से बस स्टेण्ड की दूरी सिर्फ 100 मीटर है। बामनवाइ से नाणा 25 कि. मी. दूर है । सिरोही रोड़, पिण्डवाड़ा होकर जाना पड़ता है ।

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सुविधाएँ: ठहरने के लिए धर्मशाला है, जहाँ पानी, बिजली, बर्तन व ओढ़ने-बिछाने के वस्त्रों की सुविधा है ।

पेढ़ी: श्री वर्धमान श्वेताम्बर जैन पेढ़ी, नाणा तीर्थ पोस्ट : नाणा - 306504. तहसील: बाली,

जिला: पाली, प्रान्त : राजस्थान, फोन: 02933-45499.

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